सुनियोजित लूट की वारदात, कांग्रेस नेता के घर को बनाया निशाना नेपाल मूल के गिरोह पर संदेह, पुलिस जांच में अंतरराज्यीय एंगल

- क्या गिरोह ने पहले से रेकी की थी?
- नेपाली दंपती के दस्तावेज़ असली थे या फर्ज़ी?
- कहीं यह किसी बड़े रैकेट की कड़ी तो नहीं?
बीबीएन, नेटवर्क। सूबे में अब आम आदमी नहीं रसूखदारों के घर भी सुरक्षित नहीं है। एक अंतरराज्यीय गैंग सूबे में इस कदर सक्रिय है कि वो बड़े बड़े घरों को अपना निशाना बना रही हैं। राजधानी के सुरक्षित माने जाने वाले इलाक़े वैशाली नगर में बुधवार सुबह जो कुछ हुआ, उसने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए बल्कि हाई-प्रोफाइल परिवारों की गृहस्थ सुरक्षा पर भी चिंता जताई। कांग्रेस नेता संदीप चौधरी के घर हुई यह वारदात किसी फिल्मी सीन से कम नहीं थी — एक नेपाली मूल के गिरोह ने घर में घुसकर दो महिलाओं को नशीला पदार्थ पिलाया, उन्हें बेहोश किया और फिर नकदी व कीमती सामान लेकर चंपत हो गए। पुलिस ने मामला गंभीर अपराध के रूप में दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है।
विश्वास की चाय में मिला था धोखा
प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आई हैं, उनके मुताबिक़ मुख्य आरोपी नेपाली दंपती है, जिसे महज़ दस दिन पहले ही खाना बनाने के काम पर रखा गया था। बुधवार सुबह 7:30 बजे उन्होंने अपने तीन अन्य साथियों को घर बुलाया और चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर घर की बुजुर्ग मालकिन कृष्णा देवी (75) और बहू ममता (43) को बेहोश किया। इसके बाद चारों ने पूरे घर की तलाशी लेकर लूटपाट को अंजाम दिया।
वारदात के समय संदीप चौधरी घर पर नहीं थे
बताया जा रहा है कि घटना के वक़्त चौधरी घर पर मौजूद नहीं थे। वह बंजर भूमि विकास बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इधर, दोनों पीड़ित महिलाओं को गंभीर हालत में मेट्रो मास अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहर में नाकेबंदी, नेपाल कनेक्शन की पड़ताल
वारदात को अंजाम देने वाले चारों आरोपी फ़रार हैं। जयपुर पुलिस ने शहरभर में नाकेबंदी कर दी है। पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह का संबंध किसी अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से हो सकता है, जो नेपाली नागरिकों के ज़रिए हाई-प्रोफाइल परिवारों को निशाना बनाते हैं।