
7512 प्रकरणों की जांच में 72% मामलों में गड़बड़ी उजागर
बीबीएन, नेटवर्क, 23 सितंबर । राजस्थान के आबकारी विभाग में वित्तीय अनियमितताओं का बड़ा मामला सामने आया है। महालेखा परीक्षक (CAG) की ताज़ा रिपोर्ट ने विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021-22 में शराब से होने वाली 195 करोड़ रुपये की आय गुम हो गई।
सीएजी ने सरकार से सख्त कार्रवाई की अनुशंसा करते हुए कहा है कि आबकारी विभाग को शुल्क और दंड वसूली में अधिनियम, नियम और नीतियों का कड़ाई से पालन करना चाहिए।
7512 प्रकरणों में 72 प्रतिशत गड़बड़ी
रिपोर्ट बताती है कि इस अवधि में 2663 ठेकेदारों से जुड़े 7512 प्रकरणों की जांच हुई, जिनमें से करीब 5391 मामलों में अनियमितताएं पाई गईं। केवल आबकारी और लाइसेंस शुल्क की कम वसूली से ही 1908 मामलों में 100.96 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज हुआ।
विदेशी शराब-बीयर पर लापरवाही
सीएजी ने यह भी उजागर किया कि विदेशी शराब और बीयर पर लाइसेंस शुल्क, ब्याज और जुर्माना वसूलने में लापरवाही बरती गई।
- 1954 मामलों में अतिरिक्त शुल्क की कम वसूली से 72.88 करोड़ का नुकसान
- 1190 प्रकरणों में 15.25 करोड़ की चपत
- 34 लाख रुपये की क्षति अधिक बर्बादी से
- 267 मामलों में 5.98 करोड़ बकाया विलंबित भुगतान से
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कंप्यूटरीकृत प्रणाली और लेजर रिपोर्ट में खामियां हैं, जिनके कारण नुकसान और बढ़ गया।
—