
ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय ने संस्कृति को दी नई चेतना: राज्यपाल
बीबीएन, नेटवर्क, 27 सितम्बर। राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र की जड़ों को सींचने का कार्य कर रहा है। सत्य और मर्यादा से ओतप्रोत पत्रकारिता ने ही भारतीय लोकतंत्र को सशक्त बनाया है। उन्होंने कहा कि आज जब सूचना का प्रवाह तेज़ी से बढ़ रहा है, ऐसे में मीडिया का उत्तरदायित्व और बढ़ गया है कि वह समाज में शुद्ध, निष्पक्ष और सटीक सूचना पहुँचाए।
राज्यपाल बागड़े ने नेशनल मीडिया कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय दशकों से समाज में शांति, शिक्षा और दिव्यता की नई चेतना का संचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत में इस संस्था ने शिक्षा, स्वास्थ्य, नैतिक मूल्यों, बाल विवाह उन्मूलन और वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि गुलाम भारत के दौर में अंग्रेज़ों ने हमारी संस्कृति और शिक्षा प्रणाली को कमजोर करने का प्रयास किया था, लेकिन ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय ने भारतीय परंपराओं को पुनर्जीवित करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। आज जब कुछ देश हमारी आंतरिक शांति भंग करने की साजिश रच रहे हैं, तब हमें स्वचेतना और विवेक के साथ निर्णय लेने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा कि सोशल मीडिया के सक्रिय दौर में मीडिया कर्मियों को चाहिए कि वे मर्यादा और उत्तरदायित्व का निर्वाह करते हुए केवल सत्य और सकारात्मकता का प्रसार करें। इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी चीफ मोहिनी देवी ने कहा कि तनावपूर्ण जीवनशैली ने इंसान की मुस्कान छीन ली है। उन्होंने कहा कि “शांति और दिव्यता मनुष्य का मूल स्वभाव है।” उन्होंने दैनिक जीवन में कम से कम 10 मिनट ध्यान साधना करने का आग्रह किया और कहा कि शांति मन से प्रारंभ होकर कर्म में प्रवाहित होती है।
बीके कुमार ने कहा कि “मीडिया केवल समाचार का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को नई दिशा देने वाला प्रकाशस्तंभ है।” उन्होंने कहा कि पहले नकारात्मक खबरों को पत्रकारिता की कसौटी माना जाता था, लेकिन आज नई पीढ़ी सकारात्मकता की ओर अग्रसर है।
प्रोफेसर मान सिंह ने कहा कि शांति, एकता और विश्वास आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल सहित कई देशों में सोशल मीडिया और युवाओं की ताकत ने नई क्रांतियों को जन्म दिया है। मीडिया की सच्चाई ने कई आंदोलनों को जन्म दिया और अनेक अवसरों पर शांति के दीप भी प्रज्वलित किए।
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