
IAF चीफ बोले, तय मानकों पर होगा तेजस का इंडक्शन, आरएंडडी का कार्य जारी
बीबीएन, नेटवर्क, 8 अक्टूबर। भारतीय वायुसेना के बेड़े में स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस Mk-1A की औपचारिक एंट्री को लेकर तैयारियां तेज हैं। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि पूरी टीम इस विमान के जल्द से जल्द इंडक्शन को लेकर उत्साहित है। उन्होंने कहा कि तेजस Mk-1A को लेकर तय किए गए क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (QRs) वही हैं जो कुछ वर्ष पहले निर्धारित किए गए थे, और अब विमान को उन्हीं मानकों पर प्रमाणित किया जा रहा है।
एयर चीफ ने बताया कि, “हमारी अपेक्षाएं वही हैं जो पूर्व निर्धारित की गई थीं। विमान को उन्हीं दस्तावेज़ों में तय मानकों के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। जैसे ही यह तय मापदंडों पर खरा उतरेगा, वायुसेना इसे शामिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
इंजन सप्लाई में देरी बनी कारण
वायुसेना ने अब तक दो चरणों में तेजस Mk-1A के लिए ऑर्डर दिए हैं। पहले चरण में 83 और दूसरे चरण में 97 विमानों का ऑर्डर रखा गया। हालांकि, इंजन सप्लाई में कमी की वजह से परियोजना में कुछ देरी हुई है। विमान के लिए आवश्यक इंजन अमेरिकी कंपनी GE से खरीदे जा रहे हैं, जिनकी उपलब्धता अपेक्षित मात्रा में नहीं हो सकी। एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा, “अब इंजन सप्लाई शुरू हो चुकी है, और हमें कुछ सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। आरएंडडी का कार्य लगभग पूरा होने की स्थिति में है। जैसे ही विमान निर्धारित मानकों पर प्रमाणित होगा, हम इसे वायुसेना में शामिल करने के लिए तैयार हैं।”
हथियार परीक्षण सफल, Mk-2 की राह भी स्पष्ट
गौरतलब है कि तेजस Mk-1A ने अब तक अस्ट्रा और ASRAM मिसाइलों की सफल फायरिंग सहित सभी प्रमुख हथियार एकीकरण परीक्षण पूरे कर लिए हैं। वहीं, इसका उन्नत संस्करण तेजस Mk-2 वर्ष 2027 में रोल आउट होने की संभावना है। वर्तमान योजना के अनुसार, 83 Mk-1A फाइटर जेट्स की डिलीवरी अब 2029 तक पूरी होने की उम्मीद है, जो निर्धारित समय से चार तिमाही देरी मानी जा रही है।
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