
बीबीएन,बीकानेर, 27 जुलाई। सदर थाना क्षेत्र निवासी एक महिला ने वकील और अन्य लोगों पर निजता भंग करने और घर के बाहर अवैध रूप से कैमरे लगाकर निगरानी रखने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता का आरोप है कि वकील सहित अन्य लोगों ने 24 घंटे तक सीसीटीवी कैमरों के ज़रिए उसकी गतिविधियों पर नज़र रखी और वीडियो बनाकर मानसिक प्रताड़ना दी। महिला ने थाना सदर में शिकायत दर्ज कराने के साथ ही पुलिस अधीक्षक के समक्ष याचिका भी दायर की है।
शिकायत के अनुसार, सदर थाना क्षेत्र के एक रेजिडेंट द्वारा अपने घर के बाहर काले रंग का कैमरा लगाया गया, जो सीधे महिला के घर की सजावट की दिशा में था। पीड़िता का कहना है कि जब वह कपड़े बदलने या बाल धोने जैसे निजी कार्य कर रही थी, तब ये लोग वीडियो बनाकर सोशल मीडिया स्टेटस पर साझा करते रहे और झूठी नजरों से उसे कैमरे में निहारते रहे।
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महिला ने आरोप लगाया कि जब उसने विरोध किया और धमाल मचाया तो वकील पक्ष से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा, “हम तो ऐसे ही गेस्ट हाउस की तरह सब देख रहे हैं, लेकिन तू हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती।”
इस घटना के बाद महिला ने अपने पति के साथ थाना सदर में विस्तृत शिकायत दी। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी वकील रहे अभियुक्त ने उनके साथ विवाद और मारपीट की थी, जिसके चलते उन्हें शांतिभंग के आरोप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया था।
पीड़िता का यह भी आरोप है कि पुलिस अभी तक कैमरों की जब्ती नहीं कर रही है, जबकि उनके घर में रखे गए तालों में पटाखे डालकर धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिस मकान में ये लोग रह रहे हैं, वहां किले और शेयर पहले ही बंद कर दिए गए हैं, जिससे उनका जीना मुश्किल हो गया है। इस मामले में पीड़िता ने पुलिस के दो अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं और पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की है।