
बीबीएन,बीकानेर, 30 जुलाई। मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस के अवसर पर राजस्थान महिला कल्याण मंडल, ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन’ (JRC) और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के संयुक्त तत्वावधान में बीकानेर रेलवे स्टेशन पर बाल संरक्षण और अधिकारों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में रेलवे, न्याय और बाल संरक्षण से जुड़े विभिन्न विभागों और एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हुए और बच्चों की तस्करी के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया।
रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक सुभाष बिश्नोई, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जुगल किशोर, किशोर न्याय बोर्ड के अरविंद सेंगर और किरण गोड, जीआरपी की सुमन मेहरा, मानव तस्करी रोधी इकाई के सवाई सिंह रतनू, बाल अधिकारिता विभाग व चाइल्डलाइन से प्रवेश सहित अनेक प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। सभी ने एक स्वर में माना कि बच्चों की तस्करी से निपटने के लिए सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों के बीच तालमेल और सख़्त कार्रवाई ज़रूरी है।
राजस्थान महिला कल्याण मंडल, जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन नेटवर्क का एक सक्रिय घटक है, जो बीकानेर ज़िले में बाल श्रम, बाल विवाह, यौन शोषण और तस्करी के मामलों में बच्चों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने का कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम में जिला समन्वयक अमित कुमार ने कहा कि बच्चों की तस्करी सिर्फ आर्थिक मुनाफ़े या यौन शोषण तक सीमित नहीं है, बल्कि कई बच्चियों को जबरन विवाह के लिए भी तस्करी का शिकार बनाया जाता है। यह एक ऐसा पक्ष है जिस पर सार्वजनिक चर्चा बेहद कम होती है।
बैठक में मौजूद अधिकारियों ने माना कि कानूनी जानकारी का अभाव, तस्करी गिरोहों की कार्यप्रणाली और पीड़ित बच्चों के त्वरित पुनर्वास में समन्वय की कमी आज भी बड़ी चुनौती है। इस दिशा में सभी विभागों को साझा रूप से आगे आना होगा।
रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक सुभाष बिश्नोई ने बताया कि जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन टीम के साथ मिलकर रेलवे स्टेशनों पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। बच्चों की तस्करी में रेलमार्ग का प्रमुखता से उपयोग होता है, ऐसे में यात्रियों, रेलकर्मियों, विक्रेताओं और कुलियों को संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और रिपोर्ट करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के अंत में स्टेशन परिसर में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया और पंपलेट व बैनर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में आरपीएफ के उपनिरीक्षक अजय, सीएमआई रंजीत सिंह, जस्ट राइट्स टीम से पिंकी जनागल, बाबूलाल, जयप्रकाश, दुर्गा देवी, रिया सेन समेत कई स्वयंसेवक, स्टेशन स्टाफ और यात्रीगण मौजूद रहे।
जिला समन्वयक अमित कुमार ने कहा कि यदि बच्चों की तस्करी रोकनी है, तो दोषियों को शीघ्र व सख्त सजा दिलाना अनिवार्य है। तभी कानून का भय तस्करी करने वालों के बीच पैदा होगा और बच्चों को सुरक्षित भविष्य मिल सकेगा।
—