
बीबीएन, नेटवर्क, 31 जुलाई। भारतीय विदेश सेवा (IFS) के प्रशिक्षु अधिकारियों ने हाल ही में भारतीय सेना के साथ सिक्किम स्थित ऊंचाई वाले सैन्य क्षेत्रों का दौरा किया। समुद्र तल से 14,000 फीट से भी अधिक ऊंचाई पर स्थित अग्रिम चौकियों और लॉजिस्टिक हब का निरीक्षण कर उन्होंने सीमा पर तैनात जवानों की दिनचर्या और चुनौतीपूर्ण हालात में उनके काम करने के तरीकों को करीब से जाना।
दौरे के दौरान प्रशिक्षुओं ने सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद किया और यह समझने की कोशिश की कि विषम परिस्थितियों में सेना कैसे संचालन करती है। उन्होंने रसद प्रबंधन, सामरिक रणनीतियों और सीमावर्ती इलाकों में जीवन की जमीनी सच्चाइयों को महसूस किया।
प्रशिक्षुओं का यह अनुभव न सिर्फ रक्षा संचालन को लेकर उनकी समझ को और गहरा बनाने वाला रहा, बल्कि इससे सिविल और सैन्य तंत्र के बीच बेहतर तालमेल की भावना भी विकसित हुई। दौरे का उद्देश्य कूटनीति और रक्षा के बीच समन्वय को मजबूत करना और राष्ट्रहित में साझा दृष्टिकोण विकसित करना रहा।