
नई दिल्ली/श्रीनगर/लखनऊ, 8 अगस्त । स्वतंत्रता दिवस से पहले पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। सीमा से सटे इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और नेपाल सीमा से लगे उत्तर भारतीय राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है।
कश्मीर घाटी में ड्रोन और नाइट विजन से निगरानी
जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी और कुपवाड़ा जैसे सीमावर्ती जिलों में सेना और बीएसएफ ने संयुक्त गश्त बढ़ा दी है। नियंत्रण रेखा (LoC) पर हाई-टेक उपकरणों की मदद से निगरानी की जा रही है। अमरनाथ यात्रा के चलते श्रीनगर और अनंतनाग में भी विशेष सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं।
पंजाब-राजस्थान में बीएसएफ का कड़ा पहरा
पंजाब और राजस्थान की सीमाओं पर बीएसएफ ने रात्रिकालीन गश्त बढ़ा दी है। हाल ही में पंजाब के अमृतसर और तरनतारन में ड्रोन के ज़रिए हथियार और नशीले पदार्थों की तस्करी के मामलों के बाद अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। राजस्थान में भी सीमावर्ती चौकियों पर निगरानी तेज़ कर दी गई है।
नेपाल सीमा पर SSB की कड़ी नजर
उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड की नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने 100 से अधिक संवेदनशील मार्गों की पहचान कर निगरानी बढ़ा दी है। इन रास्तों से आने-जाने वालों की गहन जांच की जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
गृह मंत्रालय ने दिए विशेष निर्देश
गृह मंत्रालय के निर्देश पर सीमावर्ती और अति-संवेदनशील जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों की विशेष तैनाती की गई है। सार्वजनिक स्थानों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और बाज़ारों में भी निगरानी बढ़ाई गई है। राज्यों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं।
स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील
सुरक्षा एजेंसियों ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तुरंत जानकारी स्थानीय पुलिस या सुरक्षा बलों को दें। किसी भी अफवाह से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।