
नरेंद्र आर्य
बीबीएन,बीकानेर, 10 अगस्त। पोंग डैम से रविवार शाम तक 53,927 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसमें से लगभग 42,000 क्यूसेक सीधे पाकिस्तान की ओर बह रहा है। वर्तमान में बांध का जलस्तर 1,376.26 फीट है और यह करीब 24 फीट खाली है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह निकासी स्थिति चिंताजनक है क्योंकि पिछले वर्षों की तरह इस बार भी आवश्यक वर्षा की कोई गारंटी नहीं है। वर्ष 2023 में इसी तरह की परिस्थितियों में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
पिछले दो वर्षों (2023-24 और 2024-25) में जनवरी के अंतिम सप्ताह में ही नहरों में सिंचाई हेतु जलापूर्ति बंद कर दी गई थी, जबकि हाड़ी की फसल को मार्च तक पानी की आवश्यकता होती है। इस बार भी इंदिरा गांधी नहर के किसानों को बड़े नुकसान का खतरा मंडरा रहा है।किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता समय रहते सुनिश्चित नहीं की गई, तो इस बार भी गेहूं और सरसों जैसी प्रमुख रबी फसलें बर्बादी की कगार पर पहुंच सकती हैं।
हरिके बैराज अपडेट (शाम 6 बजे):
जलस्तर: 689.50 फीट
अपस्ट्रीम प्रवाह: 61,702 क्यूसेक
डाउनस्ट्रीम प्रवाह: 43,224 क्यूसेक
फिरोजपुर फीडर: 8,901 क्यूसेक
राजस्थान फीडर: 13,095 क्यूसेक
माखू नहर: 212 क्यूसेक
हुसैनीवाला हेडवर्क से पाकिस्तान (गांदासिंह बार्डर) की ओर प्रवाह:
जलस्तर: 16.80 फीट
निकासी: 42,214 क्यूसेक
घग्गर नदी में जलप्रवाह (10 अगस्त, सुबह 8 बजे):
1. गुलाचिका – 29,232 क्यूसेक
2. खनोरी – 8,050 क्यूसेक
3. चांदपुर – 4,150 क्यूसेक
4. ओटू – 600 क्यूसेक
5. घग्गर साइफन – 1,720 क्यूसेक
6. नालीबेड – 1,600 क्यूसेक
7. घग्गर डाइवर्जन चैनल डाउन (42 आरडी) – 0 क्यूसे
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