
बीबीएन, नेटवर्क, 29 अगस्त। मानसून का पिछले तीन दिनों से कई राज्यों में इसका कहर दिखाई दे रहा है। बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। पिछले 24 घंटे में अनेक राज्यों से मौत और तबाही की खबरें सामने आई हैं।
तेलंगाना में रिकॉर्ड तोड़ बारिश, राष्ट्रीय राजमार्ग धंसा
दक्षिण भारत में तेलंगाना सबसे ज्यादा प्रभावित है। कामारेड्डी और मेदक जिलों में हुई बारिश ने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। हालात इतने गंभीर हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 तीन स्थानों पर धंस गया है। लोगों के घरों और खेतों में पानी भर जाने से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है।
उत्तर प्रदेश में गंगा-यमुना का बढ़ा जलस्तर
उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना का जल स्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया। फिलहाल पानी उतरने की प्रक्रिया शुरू हुई है, लेकिन बाढ़ का असर व्यापक है। 142 मजरे और 36 बस्तियां पानी में घिर गईं। तकरीबन 76 सड़कें और दो दर्जन गलियां जलमग्न हो चुकी हैं। डेढ़ लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।
गंगा किनारे बसे घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती अब गंगा सेवा निधि की छत से की जा रही है। वहीं, मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह कार्य छतों पर करना पड़ रहा है।
राजस्थान में लगातार वर्षा, तीन बहे, एक की मौत
राजस्थान में भी बारिश का सिलसिला जारी है। करौली, उदयपुर, प्रतापगढ़, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, भरतपुर, राजसमंद और जयपुर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज हुई। उदयपुर के सलूंबर में एक शिक्षक बाइक सहित नदी के तेज बहाव में बह गया, जिसकी तलाश जारी है। भीलवाड़ा में पानी में डूबने से दो लड़कियां बह गईं, जिनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है।
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