
बीबीएन, नेटवर्क, 29 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे, जहां वे 15वें भारत–जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इस उच्चस्तरीय बैठक का केंद्र बिंदु तकनीकी सहयोग, निवेश के नए अवसर और उभरते क्षेत्रों में साझा रणनीति रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के आमंत्रण पर शिखर वार्ता में भाग लेंगे। दोनों देशों की “विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी” को नई ऊंचाइयों तक ले जाने पर सहमति बनने की उम्मीद है। चर्चा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर और डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे क्षेत्र प्रमुख रहेंगे। मोदी ने इस मौके पर कहा कि भारत और जापान की सांस्कृतिक और सभ्यतागत साझेदारी को और गहराई देने के प्रयास जारी रहेंगे।
चीन यात्रा और SCO शिखर सम्मेलन
जापान प्रवास के बाद प्रधानमंत्री मोदी चीन के तियानजिन शहर जाएंगे, जहां वे राष्ट्रपति शी जिनपिंग के आमंत्रण पर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इस मंच पर भारत बहुपक्षीय मुद्दों पर अपनी सक्रिय भूमिका दर्ज कराएगा। मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित कई देशों के शीर्ष नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकातें भी करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत SCO का एक सक्रिय और रचनात्मक सदस्य है। अध्यक्षता के दौरान भारत ने नवाचार, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक सहयोग जैसे नए विचारों को बढ़ावा दिया है।
क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव
मोदी ने भरोसा जताया कि यह यात्रा न केवल भारत के आर्थिक और रणनीतिक हितों को सुदृढ़ करेगी, बल्कि एशिया–प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सतत विकास की दिशा में भी नई संभावनाओं को जन्म देगी।
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