
बीबीएन, नेटवर्क, 7 सितंबर। ओणम उत्सव के दौरान कोल्लम जिले के एक मंदिर परिसर में फूलों की रंगोली बनाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े 27 स्वयंसेवकों ने मंदिर परिसर में बिना अनुमति फूलों से रंगोली सजाई, जिसमें संगठन का झंडा दर्शाया गया। मंदिर समिति ने इसे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शनिवार को मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
बीजेपी ने इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा है कि रंगोली पार्थसारथी मंदिर, मुथुपिलक्कड़ में ‘ऑपरेशन सिंधूर’ के सम्मान में बनाई गई थी। समिति के पदाधिकारी अशोकन सी. ने बताया कि पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 223 (वैध आदेश की अवहेलना), 192 (दंगा भड़काने का प्रयास) और 3(5) (सामूहिक आपराधिक कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया है।
एफआईआर के अनुसार, आरोपियों ने मंदिर के मुख्य मार्ग पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का झंडा दर्शाते हुए फूलों की रंगोली बनाई थी। समिति की अनुमति के बिना मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार की सजावट, ‘फ्लेक्स बोर्ड’ सहित, लगाने पर रोक है। मंदिर से 50 मीटर की दूरी पर छत्रपति शिवाजी का एक फ्लेक्स बोर्ड भी लगाया गया था। पुलिस ने इसे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताते हुए जांच शुरू की है।
मंदिर समिति के सदस्य मोहन्नन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि त्योहार के समय मंदिर के पास झंडा लगाने को लेकर पहले भी कई बार विवाद हो चुका है। उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाओं से बचने के लिए हमने 2023 में हाईकोर्ट से आदेश लिया था, जिसके तहत मंदिर परिसर के पास किसी भी प्रकार की सजावट पर रोक है। बावजूद इसके आरएसएस से जुड़े स्वयंसेवकों ने मंदिर समिति की रंगोली के डिज़ाइन के बगल में अपने झंडे के साथ फूलों की रंगोली बनाकर उसमें ‘ऑपरेशन सिंधूर’ लिख दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “इससे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन हुआ और इससे विवाद बढ़ सकते थे। इसलिए हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। हम ऑपरेशन सिंधूर का सम्मान करते हैं, लेकिन इसे गलत तरीके से पेश करना उचित नहीं है।”
बीजेपी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए इसे “चौंकाने वाली” बताया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि क्या केरल में जमात-ए-इस्लामी या पाकिस्तान का शासन चल रहा है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि प्राथमिकी वापस नहीं ली गई तो पार्टी अदालत का दरवाजा खटखटाएगी। उन्होंने कहा, “देश में पहली बार फूलों की रंगोली बनाने पर मामला दर्ज किया गया है। सरकार इस पर कार्रवाई कर क्या हासिल करना चाहती है?”
चंद्रशेखर ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंधूर’ देश की सशस्त्र सेनाओं की ताकत और वीरता का प्रतीक है और इसे कानूनी कार्रवाई के जरिये निशाना बनाना हर सैनिक का अपमान है।
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