
भारतवंशी नीति सलाहकार पर जासूसी का साया, चीन से मुलाकातों ने बढ़ाई अमेरिका की चिंता
बीबीएन, नेटवर्क, 15 अक्टूबर। भारतीय मूल के वरिष्ठ सुरक्षा विश्लेषक और दक्षिण एशिया नीति सलाहकार एशले टेलिस को अमेरिका में गोपनीय रक्षा दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने और चीन के अधिकारियों से संदिग्ध मुलाकातों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) ने शनिवार को वर्जीनिया के वियना स्थित उनके आवास पर छापा मारकर की।
एफबीआई को तलाशी के दौरान एक हज़ार से अधिक पन्नों वाले दस्तावेज मिले हैं, जिन पर “टॉप सीक्रेट” और “सीक्रेट” की सरकारी मुहर लगी हुई है। जांचकर्ताओं के अनुसार, ये दस्तावेज़ टेलिस के घर के बेसमेंट ऑफिस में फाइलिंग कैबिनेट, मेज़ की दराजों और काले कचरे के बैगों में छिपाकर रखे गए थे।
एफबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 25 सितंबर को टेलिस को स्टेट डिपार्टमेंट की इमारत में क्लासिफाइड सिस्टम से फाइलें प्रिंट करते हुए कैमरे में देखा गया था। उन्होंने “यूएस एयरफोर्स टैक्टिक्स” से जुड़ी 1288 पन्नों की एक फाइल डाउनलोड की थी, जिसे “Econ Reform” नाम से सेव कर चुनिंदा पेज प्रिंट किए और फिर फाइल डिलीट कर दी। इससे पहले, 10 अक्टूबर को एक अन्य सरकारी फैसिलिटी से भी उन्हें टॉप सीक्रेट दस्तावेज़ों को नोटपैड में छिपाकर अपने ब्रीफकेस में रखते हुए देखा गया।
एफबीआई के हलफनामे में यह भी दर्ज है कि सितंबर 2022 से सितंबर 2025 के बीच टेलिस ने वर्जीनिया के फेयरफैक्स इलाके के रेस्तरांओं में कई बार चीनी सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की। एक मुलाकात में वे एक मनीला लिफाफा लेकर पहुंचे, जो वापस लौटते समय उनके पास नहीं था। बाद की एक बैठक में उन्हें लाल रंग का उपहार बैग भी दिया गया।
अमेरिकी न्याय विभाग ने उन्हें “राष्ट्रीय रक्षा से संबंधित गोपनीय सूचनाओं के अवैध स्वामित्व” के तहत आरोपी बनाया है। वर्जीनिया की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में 13 अक्टूबर को उन्हें औपचारिक रूप से पेश किया गया। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो उन्हें 10 साल तक की कैद और ढाई लाख डॉलर जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। टेलिस भारत में जन्मे हैं और पिछले चार दशकों से अमेरिकी नीति-निर्माण से जुड़े रहे हैं। वे कार्नेगी एनडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में वरिष्ठ फेलो के रूप में कार्यरत हैं और कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों के सलाहकार रह चुके हैं।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या टेलिस ने किसी भी स्तर पर गोपनीय जानकारी चीन को सौंपी या नहीं। फिलहाल वे एफबीआई की हिरासत में हैं और अदालत ने अगले सप्ताह उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई तय की है।
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