
नहरों की मॉनिटरिंग और जल वितरण पर रहेगी प्रशासन की सख़्त नज़र
नरेंद्र आर्य
बीबीएन, बीकानेर, 11 अक्टूबर। रबी फसल 2025-26 के लिए इंदिरा गांधी नहर परियोजना (इंगानप) की नहरों में जल प्रवाह का नया चक्रीय सिंचाई कार्यक्रम अनुमोदित कर दिया है। यह कार्यक्रम 11 अक्टूबर 2025 की संध्या 6 बजे से 4 जनवरी 2026 की संध्या 6 बजे तक प्रभावी रहेगा।
मुख्य अभियंता (उत्तर), जल संसाधन, हनुमानगढ़ द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को मुख्य अभियंता इंगानप, बीकानेर तथा अतिरिक्त मुख्य अभियंता इंगानप, जैसलमेर की सहमति प्राप्त होने के बाद मंजूरी दी गई है। इस अवधि में नहरों में चार समूहों में से दो समूहों को प्राथमिकता के आधार पर पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे सीमित जल उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए कम पानी उपयोग वाली फसलों को प्राथमिकता दें और केवल उतने ही रकबे में बुवाई करें, जितनी मात्रा में पानी उपलब्ध है।
सिंचाई जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का दायित्व अतिरिक्त मुख्य अभियंता (सतर्कता एवं रेग्यूलेशन), इंगानप बीकानेर को सौंपा गया है। वहीं जैसलमेर संभाग में मुख्य नहर की बुर्जी 1254 के नीचे क्षेत्र में पूर्व में प्रभावी गोल बारी प्रणाली को इस रबी सीजन में भी जारी रखा जाएगा। नहरों के आंतरिक रोटेशन में परिवर्तन जिला कलेक्टर से परामर्श कर अतिरिक्त मुख्य अभियंता इंगानप जैसलमेर द्वारा किया जा सकेगा।
नहर जल वितरण की निरंतर निगरानी के लिए अधिशासी अभियंताओं को अपने मोबाइल पर हर समय उपलब्ध रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसानों को वास्तविक समय में नहरों में जल प्रवाह की जानकारी मिल सके। नियंत्रण कक्ष स्थापित करने संबंधी आदेशों की पालना की जिम्मेदारी भी इन्हीं अभियंताओं को सौंपी गई है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी भी स्तर पर जल वितरण को लेकर धरना या प्रदर्शन की स्थिति उत्पन्न होती है, तो संबंधित अभियंता जिला कलेक्टर और स्थानीय प्रशासन के साथ तत्काल संवाद स्थापित कर स्थिति स्पष्ट करेंगे।
मुख्य अभियंता (उत्तर) जल संसाधन, हनुमानगढ़ और अतिरिक्त मुख्य अभियंता (रेग्यूलेशन) इंगानप बीकानेर को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि नहरों में पानी की उपलब्धता अनुमोदित कार्यक्रम के अनुसार बनी रहे ताकि किसानों को रबी फसल के दौरान सिंचाई में कोई बाधा न आए।
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