
बीबीएन,बीकानेर, 10 अगस्त। आध्यात्म, विज्ञान और संस्कृति की धरती बीकानेर एक बार फिर वास्तु और ज्योतिष के ज्ञान से गूंज उठी। बेसिक सभागार में रविवार को वास्तुविद राजेश व्यास की पुस्तक ‘सुफल वास्तु’ का लोकार्पण हुआ, जहां शहर के विद्वान पंडितों, ज्योतिषाचार्यों और साहित्यकारों की उपस्थिति ने इसे एक सांस्कृतिक उत्सव में बदल दिया।
मुख्य अतिथि और बीकानेर (पश्चिम) के विधायक जेठानंद व्यास ने कहा, “वास्तु हमारे जीवन में सहजता और संतुलन लाता है। यह कोई अंधविश्वास नहीं, बल्कि प्राचीन वैज्ञानिक परंपरा का हिस्सा है।” उन्होंने राजेश व्यास को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने अपने अनुभव और साधना को पुस्तक के रूप में जन-जन तक पहुंचाकर समाज को एक अमूल्य धरोहर दी है। व्यास ने यह भी कहा कि बीकानेर के अनेक ज्योतिषियों और वास्तुशास्त्रियों ने शहर को देशभर में अलग पहचान दिलाई है, जहां धर्म, कर्म और अध्यात्म की त्रिवेणी प्रवाहित होती है।
अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कवि-कथाकार राजेंद्र जोशी ने कहा कि सच्चा वास्तुशास्त्री वही है, जो न्यूनतम खर्च और सरल तरीकों से दोष का निवारण करे। उन्होंने ‘सुफल वास्तु’ की भाषा को सहज, स्पष्ट और जनोपयोगी बताया।
विशिष्ट अतिथि और खेल लेखक मनीष जोशी ने कहा कि भागदौड़ भरे दौर में आमजन का रुझान पुनः ज्योतिष और वास्तु जैसी विधाओं की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में यह पुस्तक लोगों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगी। कार्यक्रम में स्वागताध्यक्ष डॉ. हरिशंकर आचार्य ने लेखक की सृजन यात्रा पर प्रकाश डाला, वहीं राजेश व्यास ने पुस्तक के विभिन्न पहलुओं और वास्तु से जुड़े वैज्ञानिक तथ्यों की चर्चा की।।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया और मदन व्यास ने अतिथियों का आभार जताया।
ये उपस्थित रहे अतिथि: डॉ. विजय शंकर आचार्य, योग गुरु विनोद जोशी, बसंत पुरोहित, डॉ. नमामी शंकर आचार्य, मुकेश त्यागी, शुभम लढ्ढा, ऋषि कुमार पुरोहित, देवेंद्र व्यास, प्रवीण व्यास, जुगल किशोर व्यास, गोरधन व्यास, लाल चंद व्यास, सोमदत्त पुरोहित, रमेश पुरोहित, विजय शंकर पुरोहित, योगेंद्र पुरोहित, मनोज व्यास, कमल नारायण आचार्य, नथमल व्यास, राजेंद्र आचार्य, जगमोहन हर्ष सहित अनेक गणमान्य नागरिक।