
बीबीएन,बीकानेर, 26 जुलाई । विश्व मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस (30 जुलाई) के मद्देनज़र शनिवार को बीकानेर रेलवे स्टेशन पर बाल तस्करी के खिलाफ एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। यह अभियान रेलवे सुरक्षा बल (RPF), राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन (राजस्थान महिला कल्याण मंडल) की संयुक्त पहल के तहत आयोजित किया गया।
अभियान की अगुवाई कर रहे RPF के उपनिरीक्षक अजय और जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन के जिला समन्वयक अमित कुमार ने अपनी टीम के साथ स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म और ऑटो स्टैंड पर जागरूकता फैलाने का कार्य किया। उन्होंने यात्रियों से बाल तस्करी की संभावनाओं को लेकर सतर्क रहने की अपील की।
कार्यक्रम के दौरान यह भी देखने में आया कि कई अभिभावकों ने अब तक अपने बच्चों का आधार कार्ड नहीं बनवाया है, और न ही बच्चे अपने घर का पता या मोबाइल नंबर याद रखते हैं। इस पर उपनिरीक्षक अजय ने आधार कार्ड की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी आपात स्थिति या गुमशुदगी के समय यह दस्तावेज़ बच्चे की पहचान सुनिश्चित करने में सहायक होता है।
अमित कुमार ने यात्रियों को यात्रा के दौरान अनजान व्यक्तियों से खाने-पीने की वस्तुएं न लेने और बच्चों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। वहीं, ऑटो चालकों से आग्रह किया गया कि यदि कोई बच्चा संदिग्ध व्यक्ति के साथ असहज या भयभीत दिखाई दे, तो तुरंत संबंधित विभागों को सूचित करें।
लोगों को बाल तस्करी की सूचना देने के लिए बचपन बचाओ आंदोलन के हेल्पलाइन नंबर 1800-1027-222 और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की जानकारी भी दी गई। इसके साथ ही रणकपुर एक्सप्रेस (14708), जम्मूतवी एक्सप्रेस (19225) और सूरतगढ़-जयपुर पैसेंजर (19750) समेत कई ट्रेनों की सघन जांच की गई और पर्चे चिपकाए गए।
अभियान के दौरान RPF से सहायक उप निरीक्षक श्रीनिवास सिंह, हेड कांस्टेबल राजकुमार मीणा, कांस्टेबल राजपाल सिंह, सुरेश, विनोद और महिला कांस्टेबल प्रीति खटक, वहीं जस्ट राइट्स टीम से पिंकी जनागल, बाबूलाल इनखिया और जयप्रकाश भी मौजूद रहे।
यह अभियान 30 जुलाई तक लगातार जारी रहेगा। आयोजकों का कहना है कि यह सिर्फ एक दिन का प्रयास नहीं, बल्कि एक सतत अभियान है, जिसमें हर व्यक्ति की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।