
मॉक ड्रिल के बहाने ATS की बड़ी कार्रवाई, फर्जी दस्तावेजों से FCI में बने सिक्योरिटी गार्ड
बीबीएन, नेटवर्क, 11 अक्टूबर। राजस्थान में फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) में फर्जी पूर्व सैनिक बनकर नौकरी करने वाले 28 लोगों को एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने फर्जी आर्मी सर्टिफिकेट और पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी हासिल की थी।
सूत्रों के अनुसार, ATS को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि FCI में पूर्व सैनिक कोटे का दुरुपयोग कर कुछ लोग फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी कर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर ATS के आईजी विकास कुमार के नेतृत्व में कोटा, भीलवाड़ा, उदयपुर और बांसवाड़ा में 31 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई। कार्रवाई को मॉक ड्रिल का रूप देकर सभी गार्डों को एकत्र किया गया और मौके पर ही उनके दस्तावेजों की जांच की गई।
जांच में 28 सिक्योरिटी गार्डों के दस्तावेज फर्जी पाए गए, जिसके बाद सभी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। ये सभी पिछले तीन से चार वर्षों से FCI में सेवा दे रहे थे। प्रत्येक आरोपी ने फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने के लिए 30 से 50 हजार रुपये तक का भुगतान किया था ।
नौकरी मिलने के बाद हर महीने 3 से 5 हजार रुपये दलालों को कमीशन के रूप में देते थे। ATS की जांच में सामने आया कि इन सभी आरोपियों को FCI से 21 हजार रुपये से अधिक का मासिक वेतन मिल रहा था। इस गिरोह के जरिए पूर्व सैनिकों के आरक्षण कोटे का व्यवस्थित रूप से दुरुपयोग किया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बहादुर सिंह भाटी, नरेन्द्र सिंह नटवर, रामप्रसाद मीना, यशपाल सिंह, कालू सिंह, भोलूराम, राजेश सिंह, गोपाल सिंह, हिम्मत सिंह, विजय सिंह, पप्पू सिंह, कुमेर सिंह, सुमेर सिंह, अतरूप सिंह, चंद्रप्रकाश मीना, रामसमुझ यादव, देवेन्द्र सिंह, रघुनंदन सिंह हाडा, महेन्द्र कुमार मीना, सियाराम मीना, हरिचरण मीना, महेश, राजहंस, दिनेश सिंह, गजेंद्र सिंह, मोहन सिंह और राजू सिंह भाटी शामिल हैं।
ATS अब इस पूरे नेटवर्क के दलालों, फर्जी दस्तावेज तैयार करने वालों और संबंधित अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, इस फर्जीवाड़े का दायरा और बड़ा हो सकता है, जिसके तहत और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। आईजी विकास कुमार ने कहा, “यह सिर्फ भर्ती धोखाधड़ी नहीं, बल्कि उन असली सैनिकों के साथ अन्याय है जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन समर्पित किया।”
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