
बीबीएन, बीकानेर, 31 जुलाई। भारतीय सेना द्वारा बीकानेर सैन्य स्टेशन में आयोजित “समन्वय” समारोह ने सैन्य, अर्धसैनिक और नागरिक प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल की मिसाल पेश की। सप्त शक्ति कमान के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में सीमावर्ती क्षेत्रों में राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों एवं सेना के पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया।
समारोह में सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, बीएसएफ के जवान, स्थानीय प्रशासन के पदाधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य और भारत के आर्थिक उदय को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि सेना, अर्धसैनिक बल और प्रशासनिक अधिकारी परस्पर सहयोग और साझा उत्तरदायित्वों की भावना से कार्य करें। उन्होंने कहा कि “विकसित भारत 2047” की परिकल्पना को साकार करने के लिए सभी हितधारकों को एकीकृत दृष्टिकोण अपनाना होगा।
आर्मी कमांडर ने बीकानेर में चल रही विकास योजनाओं की भी चर्चा की और कहा कि सेना, बीएसएफ और प्रशासन के साझा प्रयासों से इस क्षेत्र को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। सीमावर्ती इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देना न केवल स्थानीय विकास को गति देगा, बल्कि राष्ट्रीय एकता को भी सशक्त करेगा।
समारोह के दौरान “ऑपरेशन सिंदूर” में उल्लेखनीय सेवा देने वाले जवानों और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन सेना की उस भावना का प्रतीक रहा, जिसमें नागरिक सहभागिता को सम्मान देते हुए राष्ट्र सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।