
त्योहारी बाजार में नकली नोट खपाने पहुंचे ठग, पुलिस ने बिछाया जाल, सात गिरफ्तार
बीबीएन, बीकानेर, 18 अक्टूबर। दीपावली की चमक के बीच बाजारों की रौनक का फायदा उठाने निकले नकली नोट गिरोह को पुलिस ने धर दबोचा। सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से चूरू पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह की योजना पर विराम लगा दिया।
वार्ड 47 निवासी हरिराम ने शिकायत दी थी कि कुछ लोगों ने उसे 50 हजार के बदले 10 लाख देने का लालच दिया। सौदा तय होते ही ठगों ने उसके पैसों के एवज में सफेद कागज थमा दिए और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी जय यादव के निर्देशन में विशेष टीम का गठन किया गया। मुखबिर की सूचना पर एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और कोतवाली पुलिस ने नेशनल हाईवे-52 स्थित आदित्य होटल के पास जाल बिछाया। सुबह के समय अचानक घेराबंदी कर सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में सामने आया कि गिरोह दीपावली के दौरान नकली नोट बाजार में खपाने की साजिश रच रहा था। पुलिस ने आरोपियों के पास से ₹3 करोड़ के नकली नोट बरामद किए, जो बाहर से असली दिखते थे लेकिन भीतर सफेद कागज निकले।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजवीर वाल्मीकि (55), संजय सुनार (38), संजय वाल्मीकि (34), अशोक वाल्मीकि (36), रोबिन सिंह वाल्मीकि (38), अनिल वाल्मीकि और अनिल (38) के रूप में हुई है। सभी आरोपी हरियाणा के फतेहाबाद, हिसार, कैथल, करनाल और जिंद जिलों के निवासी हैं। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय है और ‘टट्लू गैंग’ के नाम से बदनाम है।
एसपी यादव ने कहा कि “दीपावली से पहले इतनी बड़ी बरामदगी पुलिस की सतर्कता का परिणाम है। यह गिरोह प्रदेश के कई जिलों में नकली नोट चलाने की फिराक में था।”
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