
गलत निशाने ने ली जान: साझेदार की हत्या में चार आरोपी पुलिस गिरफ्त में
बीबीएन, बीकानेर, 7 अक्टूबर। राजस्थान पुलिस ने कुख्यात लॉरेंस विश्नोई के दो घातक शूटरों को अरेस्ट कर विदेशी पिस्टल जब्त किए है। ये पहली बार हुआ है कि लॉरेंस विश्नोई के गुर्गों ने गलत निशाना लगाकर किसी दूसरे शख़्स को मौत के घाट उतार दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीकानेर रेंज के हनुमानगढ़ जिले के हरियाणा सीमा से सटे संगरिया कस्बे में 12 सितंबर को हुई चर्चित हत्या कांड का खुलासा करते हुए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, इस वारदात में हमलावरों का असली निशाना संगरिया निवासी नरेश नारां था, लेकिन गलती से गोली उसके फॉर्म के साझेदार विकास जैन (48) को लग गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोमवार को पकड़े गए आरोपियों की पहचान गुरनाम सिंह जटसिख (28) और अरविंद डेलू उर्फ दारा बिश्नोई (39) के रूप में हुई है। इनके पास से दो विदेशी पिस्तौलें, 17 जिंदा कारतूस और वारदात में प्रयुक्त एक बोलेरो गाड़ी बरामद की गई है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इन दोनों आरोपियों ने मुख्य शूटर जालंधरसिंह उर्फ अमृतपाल सिंह (27) को संगरिया में किराए पर मकान उपलब्ध कराया था। यही नहीं, उन्होंने मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराईं। इसके अलावा आरोपियों ने नरेश नारां और उसके घर की रेकी भी की थी।
गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस पहले ही मुख्य शूटर जालंधरसिंह उर्फ अमृतपाल सिंह और उसके साथी हरदीप सिंह को 15 सितंबर को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच एजेंसी का कहना है कि वारदात को अंजाम देने में इन दोनों की भूमिका मुख्य थी। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने मुख्य आरोपियों को हर संभव सहयोग प्रदान किया। वर्तमान में सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।