
कफ सिरप से बच्चों की मौत, तमिलनाडु में उत्पादन और बिक्री पर रोक
बीबीएन, नेटवर्क, 4 अक्टूबर। मध्यप्रदेश और राजस्थान में 12 बच्चों की मौत के बाद तमिलनाडु सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप की बिक्री और उत्पादन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। सरकार ने आदेश जारी कर दवा के सभी स्टॉक को बाजार से वापस लेने के निर्देश दिए हैं।
राज्य के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने बताया कि 1 अक्टूबर से ‘कोल्ड्रिफ’ सिरप का निर्माण, वितरण और बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है। विभाग की एक टीम ने कांचीपुरम जिले के सुंगुवरछत्रम स्थित उत्पादन इकाई का निरीक्षण कर दवा के सैंपल संग्रहित किए हैं। इन सैंपलों को सरकारी लैब में जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने तक कंपनी के उत्पादन पर रोक रहेगी।
इस बीच, दिल्ली और चेन्नई के औषधि नियंत्रण अधिकारियों ने भी संयुक्त रूप से संयंत्र का निरीक्षण किया है। अधिकारियों ने निर्माण प्रक्रिया, कच्चे माल की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों से जुड़े दस्तावेजों की विस्तृत जांच की। मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान सरकार ने भी कार्रवाई की है। राज्य औषधि नियंत्रक को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही जयपुर स्थित केसन्स फार्मा द्वारा निर्मित दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, सुंगुवरछत्रम स्थित दवा कंपनी ‘कोल्ड्रिफ’ सहित अन्य उत्पाद राजस्थान, मध्य प्रदेश और पुडुचेरी को सप्लाई करती थी। उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह मध्य प्रदेश और राजस्थान में संदिग्ध दवा सेवन के बाद 12 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई थी। राज्य सरकार ने जनता से अपील की है कि वह बाजार में उपलब्ध ‘कोल्ड्रिफ’ सिरप का उपयोग न करें और इसकी किसी भी खेप की जानकारी तत्काल स्वास्थ्य विभाग को दें।
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