
मनीष कुमार जोशी के कथा-संग्रह ने छुआ मन का कोमल पक्ष
बीबीएन,बीकानेर, 11 अक्टूबर | महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में शनिवार को कथाकार मनीष कुमार जोशी के कथा-संग्रह ‘लव डॉट कॉम’ का विमोचन समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि “साहित्य लोगों से जुड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। यह जीवन की भागदौड़ में सुकून की जगह बनाता है।”
वृष्णि ने कहा कि साहित्यिक सृजन किसी भी समाज की संवेदनशीलता का आईना होता है और ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी में पढ़ने और सोचने की संस्कृति विकसित होती है। समारोह में अतिरिक्त कलेक्टर रमेश देव, वरिष्ठ साहित्यकार मधु आचार्य, और हिंदी के आलोचक डॉ. ब्रजरत्न जोशी मंचासीन रहे। विमोचन के बाद अतिरिक्त कलेक्टर रमेश देव ने कहा कि “स्मृतियाँ ही साहित्य का आधार हैं। मनीष की कहानियाँ पाठक के भीतर प्रश्न छोड़ जाती हैं।”
वरिष्ठ आलोचक डॉ. ब्रजरत्न जोशी ने कहा कि कहानी केवल कथ्य नहीं, बल्कि शिल्प का भी विषय है। “मनीष की कहानियाँ संवेदना और शिल्प, दोनों स्तरों पर सधी हुई हैं,” उन्होंने कहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मधु आचार्य ने कहा कि “कहानी वही टिकती है जो दिल में उतर जाए। मनीष का लेखन इसी कसौटी पर खरा उतरता है।”
लेखक मनीष कुमार जोशी ने अपनी रचनात्मक प्रक्रिया पर बोलते हुए कहा कि उन्होंने वही लिखा है, जो उन्होंने जिया और महसूस किया। “मैं चाहता हूँ कि मेरी कहानियाँ अधिक से अधिक पाठकों तक पहुँचे और संवाद बनाएँ,” उन्होंने कहा। पुस्तक पर आलोचनात्मक पत्र-वाचन डॉ. रेणुका व्यास नीलम ने किया। उन्होंने कहा कि ‘लव डॉट कॉम’ की कहानियाँ आधुनिक समय के अंतर्विरोधों को बड़ी सहजता से पाठक के भीतर उतारती हैं।
समारोह में आत्माराम भाटी ने लेखक का परिचय प्रस्तुत किया, जबकि प्रकाशक प्रशांत बिस्सा ने कहा कि मनीष जोशी युवा पाठकों के बीच लोकप्रिय और संवेदनशील लेखक हैं। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार संजय पुरोहित ने किया। अंत में पश्चिमी राजस्थान लेखक संघ के अध्यक्ष मनोज व्यास ने धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक साहित्यकार और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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