
बीबीएन, नेटवर्क, 29 जुलाई। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इंग्लैंड दौरे का पांचवां और अंतिम टेस्ट “करो या मरो” की स्थिति लेकर आया है। द ओवल की ऐतिहासिक पिच पर टीम इंडिया को हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी, अन्यथा श्रृंखला हाथ से फिसल जाएगी। फिलहाल भारत 1-2 से पीछे है और अब उसके पास केवल बराबरी का ही अवसर शेष है। यह तभी संभव है जब टीम निर्णायक टेस्ट में जीत दर्ज करे — और इसके लिए सही टीम संयोजन बेहद अहम हो जाता है।
टीम प्रबंधन के हालिया फैसलों को लेकर पहले ही आलोचनाओं का दौर जारी है। कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल की जोड़ी पर टीम चयन को लेकर उंगलियां उठ रही हैं। चौथे टेस्ट में अंशुल कंबोज को डेब्यू कराने का निर्णय समझ से परे बताया जा रहा है। उनकी गति साधारण रही, और वे कोई विकेट भी नहीं निकाल पाए। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्तर पर ऐसा प्रयोग महंगा साबित हुआ।
कंबोज की विदाई तय, आकाशदीप को मिल सकता है मौका
सूत्रों के मुताबिक, अंशुल कंबोज को अंतिम टेस्ट में बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। उनकी जगह तेज गेंदबाज़ आकाशदीप को उतारा जा सकता है, जो फिट नज़र आ रहे हैं। वहीं अर्शदीप सिंह भी इस दौड़ में शामिल हैं। यदि अर्शदीप को मौका मिलता है, तो यह उनका टेस्ट पदार्पण होगा। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की प्लेइंग इलेवन में मौजूदगी तय मानी जा रही है।
दूसरा बड़ा सवाल यह है कि क्या टीम प्रबंधन शार्दुल ठाकुर को बाहर कर कुलदीप यादव को मौका देगा? ओवल की पिच को स्पिन के अनुकूल माना जाता है और पूरी श्रृंखला में कुलदीप को न खिलाने को लेकर आलोचना पहले ही हो चुकी है। ऐसे में अंतिम मुकाबले में उन्हें शामिल किया जा सकता है , संभवतः ठाकुर की जगह।
पंत बाहर, जुरैल से उम्मीदें
चौथे टेस्ट में ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद टीम को एक बड़ा झटका लगा है। पैर की चोट के चलते वे रिटायर हर्ट हुए थे, और अब बीसीसीआई ने पुष्टि कर दी है कि वह पांचवें टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। उनकी अनुपस्थिति में एन. जगदीशन को टीम में शामिल किया गया है, लेकिन विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी युवा ध्रुव जुरैल को सौंपी जा सकती है।
जुरैल ने पिछले मैच में भी विकेट के पीछे जिम्मेदारी निभाई थी और उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली पंत की कमी को कुछ हद तक भर सकती है। टीम प्रबंधन की नजरें अब उन पर टिकी हैं।