
सामाजिक एकता मंच में फर्जीवाड़े का खुलासा अध्यक्ष सुषमा बतरा ने त्यागा पद
बीबीएन, बीकानेर , 9 अक्टूबर। बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर शहर के प्रतिष्ठित सामाजिक संगठन सामाजिक एकता मंच में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है। मंच की अध्यक्ष सुषमा बतरा ने अपने पद से त्यागपत्र देते हुए मंच संयोजक महावीर गुप्ता पर वित्तीय और नैतिक अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए हैं।
बतरा ने कहा कि मंच की ट्रस्ट डीड के अनुसार आजीवन अध्यक्ष रवि कटारिया हैं, लेकिन नियमों को दरकिनार करते हुए बार-बार फर्जी नियुक्तियाँ की गईं। उन्होंने दावा किया कि मंच ने हनुमान चालीसा पाठ, तिरंगा यात्रा और अन्य धार्मिक आयोजनों के नाम पर शहर के दानदाताओं से लाखों रुपये का चंदा एकत्र किया, जिसका न तो लेखा-जोखा दिया गया और न ही मंच के नाम से कोई बैंक खाता खोला गया।
बतरा ने आरोप लगाया कि यह रकम निजी उपयोग में लाई गई। उनके अनुसार, “हर बार अध्यक्ष पद के लिए मनोनयन में पैसों का खेल होता है, और मंच के नाम पर जुटाई गई राशि का इस्तेमाल निजी पर्यटन के लिए किया जाता है।” उन्होंने कहा कि यह रकम कई बार परिवार सहित गोवा और अन्य स्थलों की यात्राओं में खर्च की गई।
विवाद ने और तूल तब पकड़ा जब सुषमा बतरा ने आरोप लगाया कि महिला ग्रुप में गोवा भ्रमण की अशोभनीय तस्वीरें साझा की गईं, जिससे मंच की गरिमा को ठेस पहुँची है। उन्होंने कहा, “समाजसेवा के नाम पर इस तरह का आचरण निंदनीय और समाज के लिए कलंक है।” उन्होंने प्रशासन से मंच की वित्तीय और प्रशासनिक गतिविधियों की संपूर्ण जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समाजसेवा के नाम पर किसी ने निजी स्वार्थ साधा है, तो उसे सामने लाया जाना चाहिए।
इस घटनाक्रम ने मंच की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मामले की पारदर्शी जांच की मांग की है, जबकि मंच के अन्य पदाधिकारी फिलहाल मौन हैं। सुषमा बतरा का कहना है कि वह इस पूरे प्रकरण की लिखित शिकायत जिला प्रशासन को सौंपेंगी, ताकि समाजसेवा की आड़ में कथित अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सके। श्रीगंगानगर का यह मामला अब उन सभी संगठनों के लिए भी चेतावनी बन गया है, जो सेवा के नाम पर जनता के विश्वास का दुरुपयोग कर रहे हैं।
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