
राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील का 13 अक्टूबर को बीकानेर में विशाल धरना
बीबीएन,बीकानेर, 11 अक्टूबर। राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील ने शिक्षकों की वैधानिक एवं लंबित मांगों के समर्थन में आगामी 13 अक्टूबर 2025 को बीकानेर स्थित निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) कार्यालय पर विशाल धरना-प्रदर्शन आयोजित करने की घोषणा की है। संगठन ने इस आंदोलन में प्रदेशभर के शिक्षकों से व्यापक भागीदारी का आह्वान किया है।
धरना ऐसे समय पर प्रस्तावित है, जब दीपावली अवकाश चल रहा है, किंतु शिक्षकों का कहना है कि “संघर्ष का यह पर्व दीपों से भी अधिक उजाला देगा”। संगठन की प्रमुख मांगों में वेतन विसंगति दूर करना, अधिशेष शिक्षकों का समायोजन, तृतीय से द्वितीय व द्वितीय से व्याख्याता स्तर तक पदोन्नति, व्याख्याता से प्रधानाचार्य तक पदोन्नति प्रक्रिया, बीएड इंटर्नशिप नीति में सुधार, स्थानांतरण बोनस का नकद भुगतान और गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति शामिल हैं।
बीकानेर जिला अध्यक्ष आनंद पारीक ने कहा कि यह आंदोलन किसी राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं, बल्कि शिक्षकों के सम्मान और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए है। उन्होंने बताया कि राजस्थान के हर जिले से शिक्षकों का “क्रांतिकारी सैलाब” बीकानेर पहुँचेगा, जो सरकार का ध्यान शिक्षकों की वास्तविक समस्याओं की ओर आकर्षित करेगा।
संगठन के प्रदेश महामंत्री यतीश वर्मा ने सभी ब्लॉक अध्यक्षों और मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के प्रत्येक शिक्षक से व्यक्तिगत संपर्क कर भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा, “यह केवल एक धरना नहीं, बल्कि शिक्षकों की एकता और आत्मसम्मान की परीक्षा है।”
प्रदेश सलाहकार मंडल अध्यक्ष सुभाष आचार्य ने ‘जय संगठन! इंकलाब ज़िंदाबाद!’ के नारों के साथ कहा कि यह आंदोलन शिक्षकों की एकजुटता और संघर्ष की भावना का प्रतीक बनेगा। प्रदेशाध्यक्ष बन्नाराम चौधरी (बाड़मेर) और मुख्य महामंत्री किशनलाल सारण (जालौर) ने सभी जिलाध्यक्षों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी है। हर जिले से शिक्षकों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए समन्वय कार्य शुरू कर दिया गया है।
लूणकरणसर में गुलाबनाथ योगी, श्रीडूंगरगढ़ में जयप्रकाश कसवा, नोखा में पंकज बिश्नोई, पांचू में गोवर्धन सिंह चौधरी, श्रीकोलायत में भंगा सिंह यादव, खाजूवाला में विजय लक्ष्मी स्वामी, पूगल में संदीप, बीकानेर ब्लॉक में नारायणराम, बीकानेर शहर में अजय भाटी, और बज्जू में रामचंद्र को विशेष जिम्मेदारी दी गई है।
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