
बीबीएन, नेटवर्क, 9 अगस्त। पाकिस्तान से भारत तक हथियारों की तस्करी करने वाला कुख्यात अपराधी शेख सलीम, उर्फ़ ‘सलीम पिस्टल’, आखिरकार सुरक्षा एजेंसियों के जाल में फँस गया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अन्य केंद्रीय खुफिया इकाइयों ने संयुक्त अभियान में उसे नेपाल से गिरफ्तार किया।
करीब दो दशकों से सक्रिय यह नेटवर्क न सिर्फ अत्याधुनिक हथियारों की खेप सीमापार से मंगाता रहा, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई, हाशिम बाबा और कई नामी गिरोहों तक इसे पहुँचाता था। जांच में सामने आया है कि सलीम के रिश्ते पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के नेटवर्क से भी जुड़े हुए हैं।
सिद्धू मूसेवाला केस से भी जुड़ा तार
सलीम का नाम उस आरोपी के ‘गुरु’ के रूप में भी सामने आया है जो सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार हो चुका है। इससे पहले वर्ष 2018 में दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ा था, लेकिन वह विदेश भाग निकला। हाल के इनपुट में पता चला कि वह नेपाल में छिपा है। इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए एजेंसियों ने उसे दबोच लिया।
सीलमपुर से पाकिस्तान तक फैला जाल
दिल्ली के सीलमपुर का रहने वाला यह अपराधी आठवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़कर ड्राइवर बन गया था। 2000 में वाहन चोरी के मामले से अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले सलीम पर 2011 में हथियारबंद डकैती का भी मामला दर्ज हुआ। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में भी उसका नाम सामने आया था।
गिरफ्तारी का महत्व
सलीम पिस्टल की गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियां देश में फैले अवैध हथियारों के कारोबार पर बड़ा वार मान रही हैं। अब पूछताछ के ज़रिये उसके सीमापार संबंधों, वित्तीय नेटवर्क और सप्लाई चेन की गहराई से जांच की जा रही है।