
बीबीएन, नेटवर्क, 13 सितंबर। सरकार चांदी के आभूषणों और अन्य वस्तुओं की हालमार्किंग को अनिवार्य बनाने पर विचार कर रही है। इसके लिए पहले स्वैच्छिक आधार पर शुरू की गई प्रक्रिया के प्रभाव का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके बाद ही अनिवार्यता लागू करने की दिशा में निर्णय लिया जाएगा।
सरकार ने 4 सितंबर को घोषणा की थी कि 1 सितंबर से चांदी के आभूषणों और वस्तुओं के लिए स्वैच्छिक हॉलमार्किंग शुरू कर दी गई है। इस पहल का उद्देश्य उपभोक्ताओं को असली उत्पाद की पहचान कराने के साथ-साथ व्यापार में पारदर्शिता बढ़ाना है।
उधर, चांदी और सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। आल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में चांदी की कीमत में प्रति किलो 4,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई और यह 1,32,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। सोने और चांदी दोनों कीमती धातुओं ने अब तक का उच्चतम मूल्य छू लिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और निवेशकों की बढ़ती रुचि के चलते चांदी और सोने की मांग में वृद्धि हो रही है। सरकार की पहल से उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त उत्पाद उपलब्ध कराने में मदद मिल सकती है।
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