
बीबीएन,बीकानेर, 26 अगस्त। केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल की पहल पर कैंसर चिकित्सा को नई दिशा देने के लिए टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई की विशेषज्ञ टीम बीकानेर पहुंची। पांच सदस्यीय दल ने आचार्य तुलसी कैंसर रिसर्च सेंटर का निरीक्षण कर चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया और आवश्यक सुझाव साझा किए।
मेघवाल ने बताया कि बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में 1940 से कैंसर उपचार विभाग सक्रिय है। उस समय यहां कोबाल्ट थैरेपी मशीन स्थापित की गई थी, जबकि मुंबई का टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल 1941 में अस्तित्व में आया। इसी दूरदर्शिता के चलते बीकानेर कैंसर उपचार में अग्रणी रहा है। 1999 में यहां आचार्य तुलसी कैंसर रिसर्च सेंटर की स्थापना हुई, जिसने मरीजों की सुविधा को और बढ़ाया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब लक्ष्य है कि यहां भर्ती मरीजों को राष्ट्रीय मानकों (नेशनल नॉर्म्स) के अनुसार इलाज उपलब्ध कराया जाए। इसके लिए स्थानीय चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों को टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुंबई से आई टीम का नेतृत्व डॉ. के. एस. शर्मा (डीन, एकेडमिक) ने किया। उनके साथ प्रो. वीरेन्द्र कुमार तिवाड़ी, प्रो. अमित कुमार जानू, डॉ. गुंचा माहेश्वरी और डॉ. सुमित गुजराल शामिल रहे। टीम ने अस्पताल की व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए श्री मेघवाल को अपना फीडबैक दिया।
निरीक्षण के दौरान संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा, मेडिकल कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य, सीएमएचओ डॉ. पुखराज साध, पीबीएम अधीक्षक डॉ. सुरेन्द्र वर्मा और कैंसर रिसर्च सेंटर की प्रभारी डॉ. नीति शर्मा मौजूद रहीं।
मेघवाल ने कहा कि बीकानेर और आसपास के जिलों के अलावा पंजाब व हरियाणा से भी मरीज यहां आते हैं। ऐसे में सुविधाओं का विस्तार इस क्षेत्र को व्यापक लाभ देगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में बीकानेर को कैंसर उपचार में ‘नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
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