
बीबीएन, नेटवर्क, 30 जुलाई। प्रशांत महासागर में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद कई देशों में सुनामी का खतरा मंडराने लगा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर आगाह किया कि जापान भी खतरे की जद में है।
ट्रंप ने लिखा, “प्रशांत महासागर में आए भीषण भूकंप के कारण हवाई के लिए सुनामी चेतावनी जारी की गई है। अलास्का और अमेरिका के पूरे प्रशांत तटीय क्षेत्र में निगरानी जारी है। जापान भी खतरे में है। सभी लोग सतर्क और सुरक्षित रहें।”
इससे पहले अमेरिकी नेशनल वेदर सर्विस और प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने जानकारी दी कि हवाई, चिली, जापान और सोलोमन द्वीप समूह में 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। हवाई की राजधानी होनोलूलू में सायरन बजाए गए और लोगों को ऊंचे स्थानों की ओर जाने के निर्देश दिए गए।
टोक्यो सहित जापान के कई क्षेत्रों में भी जारी चेतावनी
जापान ने टोक्यो खाड़ी सहित कई तटीय क्षेत्रों में सुनामी चेतावनी जारी की है। वहीं न्यूजीलैंड की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने तटीय इलाकों में ‘असामान्य और तेज धाराओं’ को लेकर अलर्ट जारी किया है। हालांकि, वहां अब तक निकासी की जरूरत नहीं पड़ी है।
फिलीपींस, गुआम और अलास्का भी सतर्क
फिलीपींस की भूकंपीय एजेंसी PHIVOLCS ने लोगों को समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी है। यहां एक मीटर से कम ऊंची लहरों की आशंका जताई गई है। इसी तरह गुआम और अलास्का के कुछ हिस्सों में भी सुनामी वॉच जारी किया गया है।
अमेरिका और इक्वाडोर में भी खतरे की आशंका
अमेरिका के कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन, दक्षिण अलास्का, ब्रिटिश कोलंबिया और अलास्का प्रायद्वीप में सुनामी एडवाइजरी जारी की गई है। यूएस नेशनल वेदर सर्विस ने कैलिफोर्निया-मेक्सिको सीमा से लेकर चिगनिक बे तक सतर्कता बरतने को कहा है।
इक्वाडोर को भी संभावित रूप से प्रभावित देशों की सूची में शामिल किया गया है। वहां 3 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की आशंका जताई गई है।
1952 के बाद सबसे ताक़तवर भूकंप
रूस की भूभौतिकी सेवा के अनुसार यह भूकंप 1952 के बाद का सबसे शक्तिशाली भूकंप है। इसका केंद्र कमचटका के पेट्रोपावलोव्स्क-कमचट्स्की के दक्षिण-पूर्व में स्थित था, और इसका असर पूरे प्रशांत क्षेत्र में महसूस किया गया है।