
बीबीएन, नेटवर्क, 7 अगस्त। भारत की धरती पर आज सुबह एक खास मेहमानवाज़ी देखी गई। यूक्रेन के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल को लेकर आया वीआईपी विमान बुधवार सुबह 6:30 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर उतरा। केंद्र सरकार के स्तर पर विदेश मंत्रालय ने पहले ही नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो को निर्देश दे दिए थे कि मेहमानों को हर जरूरी सुविधा दी जाए और सम्मान में कोई कमी न रहे।
इस चार्टर्ड विमान में यूक्रेन के 23 शीर्ष अधिकारी सवार थे, जिनमें विदेश मामलों के उपमंत्री एंड्री सिबीहा, संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के स्थायी प्रतिनिधि सर्गेई काइस्लित्स्या और आर्थिक मामलों के मंत्री ओलेक्सई सोबोलेव प्रमुख रूप से शामिल रहे।
वीआईपी लाउंज में विशेष आतिथ्य
जैसे ही विमान जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, सभी मेहमानों को सीधे वीआईपी लाउंज में ले जाया गया, जहां उनके लिए विशेष नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। दिल्ली स्थित यूक्रेनी दूतावास के अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे और उन्होंने प्रतिनिधिमंडल की अगवानी की।
इमिग्रेशन प्रक्रिया से छूट
खास बात यह रही कि यूक्रेनी प्रतिनिधियों को इमिग्रेशन प्रक्रिया से पूरी तरह छूट दी गई। उन्हें किसी तरह की चेकिंग या औपचारिकताओं से नहीं गुजरना पड़ा। तकरीबन दो घंटे के ठहराव के बाद, सुबह 8:15 बजे विमान ने फिर उड़ान भरी और सभी मेहमान जापान के लिए रवाना हो गए।
कूटनीतिक संकेतों से भरी यह यात्रा
हालांकि इस ‘ट्रांजिट स्टॉप’ को लेकर भारत सरकार या यूक्रेन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन जानकार इसे कूटनीतिक दृष्टिकोण से बेहद अहम मान रहे हैं। ऐसे वक्त में जब रूस-यूक्रेन युद्ध अपने निर्णायक मोड़ पर है, यूक्रेन के अधिकारियों की भारत में यह अल्पावधि मौजूदगी कई संकेत छोड़ती है।
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