
बीकानेर में आयुष्मान हॉस्पिटल विवाद पर बवाल, 12 से अधिक कांग्रेसी गिरफ्तार
बीबीएन,बीकानेर, 7 अक्टूबर। सादुलगंज स्थित आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर के चिकित्सक और अस्पताल का पंजीकरण निरस्त करने तथा चिकित्सकीय लापरवाही पर कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन हुआ। यह प्रदर्शन कांग्रेस नेता रामनिवास कूकणा के नेतृत्व में किया गया।
प्रदर्शन से पहले कार्यकर्ता कर्मचारी मैदान में एकत्रित हुए और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठे। वक्ताओं ने इस दौरान चिकित्सक डॉ. बी.एल. स्वामी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें दोषी ठहराया और कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तक आंदोलन जारी रहेगा।
कलेक्ट्रेट पर हंगामा और लाठीचार्ज
धरने के बाद प्रदर्शनकारी रैली की शक्ल में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां प्रवेश को लेकर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हो गई। बताया गया कि गुस्साए कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड गिरा दिए, जिसके बाद स्थिति बिगड़ती चली गई। पुलिस द्वारा समझाइश के प्रयासों के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया। लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं, वहीं पुलिस ने मौके से रामनिवास कूकणा, महेंद्र गहलोत, श्रीकृष्ण गोदारा, हरिराम गोदारा सहित 12 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
पूर्व मंत्री के जाते ही भड़की भीड़
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना से कुछ समय पूर्व पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला भी धरना स्थल पर पहुंचे थे। उनके रवाना होने के तुरंत बाद स्थिति अचानक उग्र हो गई और प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में जबरन प्रवेश का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने नाकाम किया।
मेडिकल रिपोर्ट पर मचा विवाद
दरअसल, यह पूरा विवाद 12 सितंबर को हुई रामेश्वर लाल पुत्र मुखराम की मौत के बाद शुरू हुआ था। परिजनों और कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। सोमवार को आए मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में डॉक्टर को क्लीन चिट देने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज़ हो गए और न्याय की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए। कलेक्ट्रेट परिसर में हुए इस हंगामे के बाद शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है। फिलहाल पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और स्थिति पर नजर रखे हुए है।
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