
नरेंद्र आर्य
बीबीएन, नेटवर्क, 22 अगस्त। उत्तर भारत की प्रमुख नदियों सतलुज, ब्यास और रावी पर बने जलाशयों में जलभराव स्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह 6 बजे तक भाखड़ा, पोंग और थीन डैम औसतन 85 से 90 प्रतिशत क्षमता तक भर चुके हैं।
भाखड़ा डैम (सतलुज): पूर्ण जलभराव स्तर 1685 फीट के मुकाबले जलस्तर 1666.83 फीट दर्ज हुआ। इसमें 5.201 MAF पानी है, जो कुल क्षमता का 87.88 प्रतिशत है। पिछले वर्ष इसी दिन जलस्तर 1633.45 फीट और क्षमता 4.032 MAF थी। आज सुबह आवक 49,595 क्यूसेक और निकासी 43,176 क्यूसेक रही।
पोंग डैम (ब्यास): 1400 फीट पूर्ण भराव के मुकाबले जलस्तर 1383.98 फीट रहा। इसमें 5.151 MAF पानी है, जो कुल क्षमता का 84.07 प्रतिशत है। गत वर्ष इसी दिन यह 1359.19 फीट और 3.822 MAF था। आज आवक 59,278 क्यूसेक और निकासी 70,798 क्यूसेक दर्ज की गई।
थीन डैम (रावी): अधिकतम स्तर 1731.98 फीट के मुकाबले जलस्तर 1718.28 फीट रहा। इसमें 2.397 MAF पानी संग्रहित है, जो कुल क्षमता का 90.01 प्रतिशत है। पिछले वर्ष यह स्तर 1645.26 फीट और क्षमता 1.321 MAF थी। आज आवक 13,871 क्यूसेक और निकासी 8,529 क्यूसेक रही।
हरिके हेडवर्क्स: शुक्रवार सुबह 6 बजे तालाब स्तर 688.00 फीट दर्ज हुआ। अपस्ट्रीम 1,44,909 क्यूसेक रहा, जबकि फीरोजपुर फीडर 8037 क्यूसेक, राजस्थान फीडर 13,795 क्यूसेक और मखू नहर 187 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। डाउनस्ट्रीम पाकिस्तान की ओर 1,22,890 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो सुबह 10 बजे गंडा सिंह हेड (पाकिस्तान) पर पहुंचकर 1,08,049 क्यूसेक रहा।
घग्गर नदी प्रवाह:
गुलाचिका: 28,964 क्यूसेक
खनोरी: 8,400 क्यूसेक
चांदपुर: 3,750 क्यूसेक
ओटू: 1,900 क्यूसेक
घग्गर साइफन: 2,260 क्यूसेक
नालीबेड: 2,370 क्यूसेक
—