
बीबीएन, नेटवर्क, 10 सितंबर। नेपाल अपने सबसे संकटपूर्ण दौर से गुजर रहा है। बुधवार को भी देश की विभिन्न सड़कों पर हिंसा, आगजनी और विरोध प्रदर्शन जारी रहे।
मंगलवार की रात से नेपाल में सेना तैनात कर दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। हालात ऐसे हैं कि राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली सहित पूरी सरकार के इस्तीफे के बाद भी जनता उग्र प्रदर्शन कर रही है।
प्रदर्शनकारियों ने राजधानी काठमांडू स्थित सिंह दरबार परिसर को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद नेपाल सेना ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सेना ने लोगों से संयम बरतने और बातचीत के ज़रिए समाधान तलाशने का आग्रह किया है।
नेपाल की सड़कों पर मंगलवार रात से ही आर्मी तैनात है, फिर भी हिंसा और आगजनी की घटनाएँ रुक नहीं रही हैं। पुलिस और सेना बार-बार अपील कर रही है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए, लेकिन प्रदर्शनकारी सरकार के पूरी तरह इस्तीफे की माँग पर अड़े हुए हैं।
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में उत्पन्न यह स्थिति क्षेत्रीय शांति के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है। सुरक्षा बलों ने शहरों में गश्त बढ़ा दी है और प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर हालात को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है।
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