
बीबीएन, नेटवर्क, 9 सितंबर। देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान होगा। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के साझा प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। भाजपा नेतृत्व आश्वस्त है कि उसे स्पष्ट बढ़त हासिल होगी, जबकि विपक्ष अपनी स्थिति मजबूत दिखाने की कोशिश में जुटा है।
चुनाव से पहले सबसे बड़ी चिंता उन दलों को लेकर है जो मतदान से अलग रह सकते हैं। भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि जो दल मतदान प्रक्रिया से दूर रहेंगे, उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से विपक्ष का समर्थन माना जाएगा। गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली हुआ है।
कब होगा मतदान और मतगणना?
संसद भवन में मंगलवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। इसके बाद शाम 6 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी और देर रात तक परिणाम सामने आने की उम्मीद है। विशेष बात यह है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में सांसदों को पार्टी व्हिप का पालन करना अनिवार्य नहीं है क्योंकि मतदान गुप्त तरीके से कराया जाएगा।
सांसदों को दी गई जानकारी
चुनाव से पहले राजग और विपक्ष दोनों ने अपने सांसदों के साथ अलग-अलग बैठकें कर चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी। सांसदों को दो प्रत्याशियों के नाम वाले मतपत्र दिए जाएंगे, जिसमें अपनी पसंद के उम्मीदवार के सामने ‘1’ अंक लिखकर मतदान करना होगा। चुनाव नियमों के अनुसार अंक भारतीय अंकों के अंतरराष्ट्रीय रूप, रोमन रूप या किसी भारतीय भाषा में लिखे जा सकते हैं, लेकिन शब्दों में अंक लिखना मान्य नहीं होगा।
संख्या की लड़ाई में राजग की बढ़त
उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 788 सदस्य मतदान कर सकते हैं, जिसमें 245 राज्यसभा से और 543 लोकसभा से हैं। इसके अलावा 12 नामित सदस्य भी मतदान करेंगे। वर्तमान में 781 सदस्य ही मतदान करेंगे, क्योंकि राज्यसभा में 6 और लोकसभा में 1 सीट खाली है। ऐसे में जीत के लिए 391 वोट की आवश्यकता होगी। राजग के पास 425 सांसद हैं, जबकि विपक्ष के पास 324। विपक्ष की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 11 सांसदों ने राजग उम्मीदवार का समर्थन करने का ऐलान किया है। वहीं बीआरएस और बीजद ने मतदान में भाग न लेने का निर्णय लिया है।
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